पंजाब में आई विनाशकारी बाढ़ ने कई परिवारों की खुशियां और सहारे छीन लिए। इस त्रासदी में कई लोगों की मौत हो गई। किसी ने अपने पिता को खोया, किसी ने बेटा, तो किसी ने घर का अकेला कमाने वाला सहारा। ऐसे मुश्किल समय में जहां लोग अपने भविष्य को लेकर परेशान हैं, वहीं आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद और लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) के संस्थापक अशोक मित्तल ने एक बड़ी पहल की है।
अशोक मित्तल ने घोषणा की है कि बाढ़ में जान गंवाने वाले हर परिवार से एक सदस्य को LPU में स्थायी नौकरी दी जाएगी। यह सिर्फ एक वादा नहीं, बल्कि उन परिवारों के लिए नई उम्मीद और आत्मनिर्भर बनने का अवसर है।
“ये 43 जानें सिर्फ आंकड़े नहीं, बल्कि त्रासदी के शहीद हैं“
अशोक मित्तल ने कहा,
“इन 43 जानों को सिर्फ नंबर की तरह नहीं देखा जा सकता। ये वो लोग हैं जिनकी वजह से कई घर उजड़ गए हैं। पंजाब हमेशा देश के हर संकट में सबसे पहले खड़ा होता है, अब जब खुद पंजाब संकट में है, तो हमें भी उसी एकजुटता के साथ यहां के लोगों के साथ खड़ा होना होगा।“
उन्होंने कहा कि इस पहल का मकसद सिर्फ आर्थिक मदद नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि जिन परिवारों का सहारा बाढ़ में चला गया, उन्हें फिर से संभलने का मौका मिले।
मुख्यमंत्री राहत कोष में 20 लाख का योगदान
अशोक मित्तल ने केवल नौकरी देने का वादा ही नहीं किया, बल्कि पंजाब सरकार के राहत कार्यों को समर्थन देने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में 20 लाख रुपये का योगदान भी किया।
उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार की सराहना करते हुए कहा कि राहत और बचाव कार्य तेज़ी से चल रहे हैं।
- 196 राहत कैंप स्थापित किए गए हैं।
- अब तक 20,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
मित्तल ने कहा कि LPU की टीम खुद बाढ़ पीड़ित परिवारों से संपर्क कर रही है। लेकिन अगर किसी से संपर्क नहीं हो पाया है, तो वे परिवार खुद आगे आएं ताकि मदद तुरंत पहुंचाई जा सके।
राहत से लेकर रोजगार तक — स्थायी समाधान की कोशिश
यह घोषणा सिर्फ एक नेता के बयान से कहीं बढ़कर है। यह उन परिवारों के लिए एक स्थायी समाधान है, जो आज अपने भविष्य को लेकर असमंजस में हैं।
इस कदम से न सिर्फ 43 परिवारों को सहारा मिलेगा, बल्कि यह पूरे पंजाब को यह संदेश देगा कि राजनीति सिर्फ चुनावी वादों तक सीमित नहीं है, बल्कि ज़मीन पर उतरकर लोगों की मदद करने का नाम है।
लोगों में बढ़ी उम्मीदें
बाढ़ प्रभावित इलाकों में यह खबर फैलते ही लोगों में एक नई उम्मीद जागी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहल बाकी संस्थानों और नेताओं के लिए भी एक मिसाल है। जब नेता अपने संसाधनों का उपयोग जनता के लिए करते हैं, तभी असली बदलाव आता है।
पंजाब की इस भयंकर बाढ़ में कई लोगों की ज़िंदगियां उजड़ गईं। लेकिन अशोक मित्तल की यह पहल न सिर्फ 43 परिवारों के जीवन को संवारने का प्रयास है, बल्कि यह एक बड़ा संदेश भी देती है कि संकट के समय राजनीति का असली चेहरा लोगों के साथ खड़ा होना ही है।
इस कदम से यह साबित होता है कि आम आदमी पार्टी केवल वादे नहीं करती, बल्कि ज़मीनी स्तर पर काम करके जनता का भरोसा जीतने का प्रयास करती है।