मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में पंजाब सरकार की ओर से शुरू किया गया “ऑपरेशन राहत” सचमुच बाढ़ से जूझ रहे परिवारों और किसानों के लिए सहारा बनकर उभरा है। शिक्षा मंत्री सदार हरजोत सिंह बैंस ने इस मुहिम की कमान खुद संभाली है, जिससे प्रभावित इलाकों में राहत और बहाली का काम तेजी से आगे बढ़ा है।
क्या है ऑपरेशन राहत?
- शिक्षा मंत्री बैंस ने अपने निजी परिवारिक कोष से ₹5 लाख की राशि देकर 50 प्रभावित घरों की मरम्मत और उनमें नई जान फूँकने का जिम्मा उठाया।
- आनंदपुर साहिब और नंगल क्षेत्र जैसे बाढ़ से गंभीर रूप से प्रभावित इलाकों का दौरा कर ऑपरेशन राहत की शुरुआत की।
- मंत्री बैंस खुद, सरकारी स्कूलों में सफाई अभियान में हाथ बंटाते दिखे, जहाँ उन्होंने स्थानीय सरपंचों, युवाओं और वालंटियर्स के साथ मिलकर काम किया।
- अभियान में डीडीटी स्प्रे, फॉगिंग, मेडिकल वेटनरी सेवाएं, सुरक्षित पानी, बिजली बहाली और सड़कों की मरम्मत जैसी सुविधाओं का विस्तार किया गया, ताकि बीमारियों को रोका जा सके और पशुओं की देखभाल हो सके।
- अगले 8–10 दिनों के भीतर डाटा तैयार करने के बाद राहत कार्य बड़े पैमाने पर पूरे किए जाने की योजना है।
- इसके पहले, मंत्री बैंस ने गंभीरपुर और नंगल स्थित अपने दो निजी आवास पीड़ित परिवारों के लिए खोलकर 24×7 भोजन, ठहरने और इलाज की सुविधा उपलब्ध करवाई।
ताज़ा अपडेट्स:
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही पंजाब का दौरा करेंगे, जिसमें वे बाढ़ से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे और उम्मीद है कि राहत पैकेज की घोषणा करेंगे।
- पंजाब सरकार ने पहली स्तर की रिपोर्ट में मुंबई ₹14,000 करोड़ के अनुमानित नुक़सान का आंकड़ा केंद्र को सौंपा है और तत्काल राहत की मांग की है।
- जम्मू-कश्मीर और पंजाब में “ऑपरेशन राहत” के अंतर्गत भारतीय सेना (Western Command) ने बीते दो हफ़्तों में 5,500 से अधिक नागरिकों को बचाया, 27 टन से ज्यादा राहत सामग्री पहुंचाई, और 300 पैरामिलिट्री कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित की।
- पंजाब में अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है, और लगभग 2,000 गाँव प्रभावित हुए हैं, जिसमें चार लाख से अधिक लोग जीवन को खतरे में महसूस कर रहे हैं। NDRF व SDRF की टीमों, 144 नौकाओं और हेलीकॉप्टर एवं राहत शिविरों की मदद से बचाव कार्य चल रहे हैं।
- राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षकों (NATA Punjab) ने 7 सितम्बर को ₹1.25 लाख की अतिरिक्त राशि शिक्षा मंत्री बैंस को दी है, जिससे प्रभावित छात्रों की पढ़ाई में मदद मिलेगी।
ऑपरेशन राहत: एक नई उम्मीद की मिसाल
“ऑपरेशन राहत” केवल एक सरकारी योजना नहीं है — यह संवेदनशीलता, जिम्मेदारी और जनता के प्रति समर्पण का प्रतीक है। हरजोत सिंह बैंस ने ज़मीनी स्तर पर काम करके साबित किया कि संकट के समय व्यक्तिगत स्तर पर भी बदलाव संभव है। इस पहल ने आनंदपुर साहिब हलके में लोगों को नई उम्मीद दी है, और यह सभी के लिए प्रेरणास्पद उदाहरण बन रहा है।
सारांश:
पहलू | विवरण |
निजी योगदान | ₹5 लाख (50 घरों की मरम्मत) |
ज़मीनी प्रयास | स्कूल सफाई, डॉक्टर-फॉगिंग-डीडीटी, बिजली, सड़क, पशु देखभाल |
राहत विस्तार | केंद्रीय दौरा, सेना के बचाव कार्य, व्यापक डेटा व मुआवज़ा योजना |
शिक्षक सहयोग | NATA द्वारा ₹1.25 लाख की मदद |
राज्य क्षति | ₹14,000 करोड़ तक अनुमानित नुकसान, केंद्रीय राहत आग्रह |