ऑपरेशन सिंदूर के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के दो दिन के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अहम सुरक्षा बैठकों में हिस्सा लिया और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए।
गुरुवार को उन्होंने हाई लेवल मीटिंग कर सुरक्षा हालात की समीक्षा की, जबकि शुक्रवार को पाकिस्तान की गोलाबारी में मारे गए लोगों के परिवारों को नौकरी से जुड़े नियुक्ति पत्र सौंपे। अपने संबोधन में शाह ने भारतीय सेना की सराहना करते हुए कहा कि हमारी सेना ने हर आतंकी हमले का सख्ती से जवाब दिया है और आतंकवाद के खिलाफ कड़ी नीति अपनाई हुई है।
उन्होंने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा कि उसने आम नागरिकों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया, जबकि भारत ने केवल आतंकियों और उनके ठिकानों पर सटीक कार्रवाई की। शाह ने यह भी कहा कि देश, शहीदों के परिवारों के साथ चट्टान की तरह खड़ा है और जम्मू-कश्मीर में विकास की रफ्तार लगातार तेज होती रहेगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पाकिस्तान ने नागरिक स्थलों , धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित लोगों के परिवारों को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं. यह इस बात का संकेत है कि जम्मू-कश्मीर सरकार, केंद्र सरकार और देश की भावनाएं आपके साथ जुड़ी हुई हैं.
उन्होंंने कहा कि हम सब जानते हैं कि मुआवजा, सरकारी नौकरी, इससे आपके जीवन में हुई क्षति की परिपूर्ति नहीं हो सकती है. आपके परिवार की जो क्षति हुई है, इसमें आपके साथ पूरा देश चट्टान की तरह खड़ा है.
पाकिस्तान को शाह का कड़ा संदेश
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पाकिस्तान ने निहत्थे लोगों पर गोली चलाई है. हमारी सेना हर चीज का जवाब देने में सक्षम है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर का विकास तेज गति से जारी रहेगा. हमारे हमले में पाकिस्तानी नागरिकों को कोई नुकसान नहीं हुआ है. हमने नागरिकों को निशाना बनाया ही नहीं था. हमने सटीक हमलों से आतंकी ठिकानों और आतंकियों को निशाना बनाया था.
उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि पहलगाम में निर्दोष यात्रियों पर जो हमला हुआ और जैसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की हर आतंकवादी हमले का जवाब कठोरता से दिया जाएगा. उसे नीति के तहत हमने पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर में जो आतंकी अड़े थे उनका खत्मा किया.
जम्मू-कश्मीर का विकास रहेगा जारी- शाह
गृहमंत्री शाह ने कहा कि किसी भी आतंकी घटना को भारत सहन नहीं करेगा और इससे भी ज्यादा सटीक जवाब दिया जाएगा. मैं साफ कहना चाहता हूं कि जिस गति से जम्मू कश्मीर में विकास होता रहा है 2014 से लेकर अब तक इस गति से जम्मू कश्मीर में विकास होता रहेगा.