गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की मौत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। अहमदाबाद से लंदन जा रही Air India की फ्लाइट AI-171 टेकऑफ के कुछ मिनटों बाद ही हादसे का शिकार हो गई। इस हादसे में 242 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से एक नाम था – विजय रूपाणी। लेकिन इस हादसे के साथ एक और बात ने सबका ध्यान खींचा – उनका ‘लकी नंबर’ 1206।
क्या है नंबर 1206 का राज़?
विजय रूपाणी लंबे समय से 1206 नंबर को अपना लकी नंबर मानते थे।
- उनकी स्कूटर और कार की नंबर प्लेट में यही नंबर होता था।
- चुनावी कागज़ात, बुकिंग टाइम, होटल रूम नंबर – हर जगह जहां मुमकिन हो, वो इस नंबर को इस्तेमाल करते थे।
पर हैरानी की बात ये है कि जिस दिन उनका निधन हुआ, वही तारीख थी – 12 जून (12/06)। यानी वही नंबर – 1206।
क्या यह महज़ इत्तेफाक है?
बिलकुल हो सकता है। लेकिन इस इत्तेफाक ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
- कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूपाणी ने फ्लाइट 12 बजे ली थी, और उनकी सीट नंबर में भी 06 शामिल था।
- उनकी मौत की तारीख 12-06-2025 रही।
- कई लोगों ने सोशल मीडिया पर इसे ‘किस्मत का खेल’ बताया, तो कुछ ने इसे ‘creepy coincidence’ कहा।
ज्योतिष और न्यूमेरोलॉजी की नजर में
न्यूमेरोलॉजिस्ट (अंक ज्योतिषी) बताते हैं कि 1206 को जोड़ने पर कुल आता है:
1 + 2 + 0 + 6 = 9
नंबर 9 को मंगल ग्रह से जोड़ा जाता है, जो ताकत, साहस और एक्शन का प्रतीक माना जाता है। लेकिन इसके साथ-साथ यह आकस्मिक घटनाओं का भी संकेत देता है।
रूपाणी का जीवन और विरासत
विजय रूपाणी 2 अगस्त 1956 को जन्मे थे और उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर कई अहम फैसले लिए। वे साफ छवि वाले नेता माने जाते थे। राजकोट और गुजरात के लाखों लोग आज भी उन्हें याद करते हैं।
विजय रूपाणी की मौत एक tragedy है, लेकिन उनके ‘लकी नंबर 1206’ से जुड़ा यह इत्तेफाक लोगों को अंदर तक झकझोर गया है। क्या यह सिर्फ एक संयोग है, या किस्मत की कोई गहरी रेखा – इसका जवाब शायद कभी न मिले।