पंजाब में नशे के खिलाफ चल रही जंग में मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी सरकार को एक बड़ी सफलता मिली है। शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को कोर्ट ने 7 दिन की विजिलेंस रिमांड पर भेज दिया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी के पंजाब अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने कहा कि अब उन परिवारों को न्याय मिलना शुरू हो गया है, जिन्होंने नशे की वजह से अपने बच्चों को खो दिया।
540 करोड़ की बेहिसाब दौलत पर सवाल
अरोड़ा ने बताया कि मजीठिया के खिलाफ दर्ज विजिलेंस एफआईआर में कई वित्तीय गड़बड़ियों का खुलासा हुआ है। उनकी कंपनियों में 540 करोड़ रुपये का बेहिसाब पैसा जमा किया गया है। इनमें से 161 करोड़ रुपये बिना किसी दस्तावेज के जमा किए गए, और 141 करोड़ रुपये फर्जी शेल कंपनियों के जरिए इधर-उधर भेजे गए। अरोड़ा ने तीखा सवाल किया —
“इतना पैसा कहां से आया? क्या मजीठिया के घर में पैसे छापने की मशीन है?”
ड्रग्स नेटवर्क पर बड़ा हमला
अरोड़ा ने साफ किया कि यह कार्रवाई केवल मजीठिया के खिलाफ नहीं है, बल्कि पूरे ड्रग नेक्सस को खत्म करने की दिशा में एक ठोस कदम है। उन्होंने कहा,
“हमारा मकसद पंजाब को पूरी तरह नशा मुक्त बनाना है।”
पुराने घोटालों पर भी उठाए सवाल
अरोड़ा ने पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी की सरकार द्वारा 2021 में मजीठिया के खिलाफ दर्ज एफआईआर को भी “चुनावी स्टंट” बताया। साथ ही उन्होंने 2014 की ईडी जांच को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए।
उन्होंने बताया कि ईडी के डिप्टी डायरेक्टर निरंजन सिंह, जो उस वक्त जांच कर रहे थे, उनका अचानक ट्रांसफर कर दिया गया। इससे जांच रुक गई और मजीठिया बच निकले।
कंपनियों का जाल और ड्रग मनी
विजिलेंस की रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि 2007 के बाद मजीठिया ने कई कंपनियों का गठन किया, जिनमें से कई को एक ही दिन यानी 9 अप्रैल 2009 को रजिस्टर किया गया। ये कंपनियां और उनके तहत बनाई गई छह सहायक कंपनियां एक जटिल नेटवर्क का हिस्सा थीं, जिसका मकसद अवैध पैसे को वैध बनाना था।
तीनों पार्टियों को घेरा
अरोड़ा ने मजीठिया का समर्थन करने के लिए अकाली दल, बीजेपी और कांग्रेस — तीनों पार्टियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि ये पार्टियां ड्रग्स संकट की असली जड़ हैं। उन्होंने अकाली दल पर भी निशाना साधा और कहा कि उन्होंने सिख मूल्यों को ताक पर रखकर पंजाब को नशे में डुबो दिया।
सरकार की सख्त चेतावनी
अमन अरोड़ा ने दोहराया कि चाहे अपराधी कोई भी हो — बड़ा या छोटा, राजनीतिक या गैर-राजनीतिक, किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा,
“हमारे लिए कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। पंजाब सरकार और पुलिस ने नशे की चपेट में आए परिवारों को न्याय दिलाने का काम शुरू कर दिया है।”
पंजाब को नशा मुक्त बनाने का संकल्प
उन्होंने विजिलेंस विभाग और पंजाब पुलिस की जांच की भी सराहना की और कहा कि यह कार्रवाई राज्य को नशे से मुक्त करने की दिशा में एक एतिहासिक और साहसी कदम है।
“यह उन सभी के लिए चेतावनी है, जिन्होंने पंजाब के युवाओं को बर्बाद किया। सरकार अब रुकने वाली नहीं है,” अरोड़ा ने कहा।