पाकिस्तान द्वारा उत्तर और पश्चिमी सीमाओं पर भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश के बाद हरियाणा में सख्त एहतियाती कदम उठाए गए हैं। चूंकि हरियाणा की सीमाएं पंजाब और राजस्थान जैसे संवेदनशील सीमावर्ती राज्यों से मिलती हैं, इसलिए राज्य सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था और सतर्कता बढ़ा दी है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में राज्य की तैयारियों और प्रमुख सैन्य स्थलों की स्थिति पर जानकारी दी। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे खाद्यान्न और ईंधन की खरीदारी में घबराहट न दिखाएं और शांति बनाए रखें।
* आपके सीमावर्ती राज्य पंजाब और राजस्थान हाई अलर्ट पर हैं।
हां, हमारे राज्य में कई संवेदनशील स्थान हैं। हम स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं और समय पर निर्णय ले रहे हैं। पंचकूला , मोहाली और चंडीगढ़ में स्कूल बंद हैं। अंबाला भी हाई अलर्ट पर है। मैं जिला कलेक्टरों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हॉटलाइन पर हूं। हम लगातार घटनाक्रम पर नज़र रख रहे हैं।
* आप स्थिति को किस रूप में देखते हैं?
हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ युद्ध की घोषणा की है और हमारे सशस्त्र बल पाकिस्तान में आतंकवादी शिविरों का सफाया कर रहे हैं।
हमारी सेना ने पाकिस्तान की ओर से होने वाले दुस्साहस को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया है। हरियाणा पाकिस्तान की सीमा से सटा हुआ है। हम किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हमने सभी एहतियाती कदम उठाए हैं। सभी मंत्री, अधिकारी और पुलिसकर्मी हाई अलर्ट पर हैं। मैं लगातार अधिकारियों के संपर्क में हूं।
हरियाणा के लोग सशस्त्र बलों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। हरियाणा की माताएँ बहादुर हैं और अपने बेटों को देश के लिए लड़ने के लिए युद्ध के मोर्चे पर भेजती हैं। हरियाणा के लोग दूध-दही खाने वाले हैं।
हम प्रधानमंत्री और सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर यह युद्ध लड़ रहे हैं। भारत यह सुनिश्चित करने में सफल होगा कि पाकिस्तान अपनी हरकतें दोबारा न दोहराए। हम उनसे सीधे मुकाबला कर रहे हैं और सुनिश्चित करेंगे कि इन आतंकवादियों को जड़ से उखाड़ फेंका जाए।
* अपने राज्य के लोगों के लिए आपका क्या संदेश है?
हमने इससे बचने के लिए विशेष कदम उठाए हैं (खाद्य और ईंधन की कमी)। हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि आवश्यक वस्तुओं की कमी न हो और महंगाई में अचानक उछाल न आए । जिलाधिकारियों को एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। मैंने लोगों से कहा है कि वे घबराएं नहीं। इसकी कोई जरूरत नहीं है। उन्हें बस सतर्क रहना है और निर्देशों का पालन करना है।
… चंडीगढ़ हवाई अड्डा आर्मी कैंप के करीब है। हम अंबाला एयरबेस को लेकर सतर्क हैं, जिस पर 1965 और 1971 में हमला हुआ था।
* मंत्रीगण आपके संदेश को किस प्रकार आगे बढ़ा रहे हैं ?
हमने कैबिनेट की बैठक की। हम अनौपचारिक रूप से भी बैठक कर रहे हैं। मेरे सभी साथियों को सतर्क रहने और सीमा पर किसी भी तरह की दुर्घटना की स्थिति में सहायता करने को कहा गया है। मैंने सभी मंत्रियों को कड़ी निगरानी रखने को कहा है। आतंकवाद कैंसर की तरह हमें परेशान कर रहा है। लोगों ने बहुत कुछ सहा है और हमें इसे खत्म करना है। लोगों को कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है लेकिन हमें यह देखना है कि यह (आतंकवाद) अब और परेशान न करे। हम अपने देशभक्त युवाओं को प्रधानमंत्री मोदी जी और सशस्त्र बलों का समर्थन करने के लिए भेज रहे हैं।